थेगछेन छोएलिङ, धर्मशाला, हि. प्र - आज सुबह परमपावन दलाई लामा ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिखकर उनके राज्यों के अनेक जिलों में चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण जानमाल की क्षति होने तथा उससे उत्पन्न कठिनाईयों के लिए दुःख प्रकट की। उन्होंने दोनों मुख्यमंत्रियों को लिखा-
“आपके द्वारा इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पहले से ही सावधानी बरतने तथा इससे प्रभावित लोगों को सहायता पहुंचाने के राहत कार्यों की अत्यन्त प्रशंसा करता हूँ। पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के लोगों के प्रति सहानुभूति प्रकट करने के प्रतीक स्वरूप मैं राहत और पुनर्निर्माण कार्यों के लिए दलाई लामा ट्रस्ट से दान कर रहा हूँ।”
“मैं उन सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया तथा जो इस चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण प्रभावित हुये हैं।”
परमपावन ने ममता बनर्जी को निर्दिष्ट करते हुये कहा, “इस पवित्र धरती भारत के प्रति हम सबका असीम श्रद्धा है, जो हम लोगों के लिए पिछले 61 वर्षों से एक घर समान है, इसके अतिरिक्त बंगाल राज्य के प्रति हमारे मन में विशेष स्थान है। यह इसलिए क्योंकि महान दार्शनिक तथा न्यायविद् आचार्य शांतरक्षित, जिन्होंने 8वीं सदी में तिब्बत में साम्ये नामक प्रथम बौद्ध विहार का निर्माण किया था तथा अतिश दीपंकर श्रीज्ञान, जिन्होंने 11वीं सदी में बौद्धधर्म की साधनाओं को पुनर्जीवित किया था, वे दोनों ही बंगाल से थे।”