धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश, भारत, २२ अप्रैल २०१५ - सितू में बामियान बुद्ध प्रतिमाओं के पुनर्निर्माण की परियोजना की हाल की सफलता के विषय में सूचित किए जाने पर परम पावन दलाई लामा प्रशंसा की एक टिप्पणी जारी की। उन्होंने लिखा
"जब बामियान अफगानिस्तान में बुद्ध की प्रतिमाओं को मार्च २००१ में नष्ट कर दिया गया, तो मुझे दुख हुआ। मूर्तियों न केवल हम बौद्धों के लिए महत्वपूर्ण थीं, पर उन देशों के लोगों के लिए भी जहाँ वे स्थित थीं, अफगान, हमारे साझा मानवता के ऐतिहासिक प्रतीकों के रूप में।"
उन्होंने आगे कहा कि यद्यपि मूर्तियों को नष्ट कर दिया गया था, पर वे यह जानकर खुश थे कि "हाल ही में चीन के एक जोड़े को तीन आयामी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन का उपयोग कर उन्हीं प्रतिमाओं की प्रतिछवि के पुनर्निर्माण में सफलता मिली है।" वे यह सुनकर भी प्रसन्न थे कि इस तकनीक का प्रतिमाओं के मूल स्थान अफगानिस्तान पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है।
अपनी टिप्पणी को समाप्त करते हुए उन्होंने कहा: "यह एक स्वागत योग्य कदम है। मैं जेनसन यू और लियान हू और इस परियोजना में शामिल प्रत्येक को उनके सराहनीय कार्य के लिए धन्यवाद देना चाहूँगा।