परम पावन दलाई लामा अपने होटल में शांति के लिए एशियाई बौद्ध सम्मेलन के सदस्यों से भेंट करते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा के नव नालंदा महाविहार विश्वविद्यालय की यात्रा के लिए अपने होटल से निकलने से पूर्व थाइलैंड के एक भिक्षु उन्हें पारंपरिक भेंट प्रस्तुत करते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा के नव नालंदा महाविहार विश्वविद्यालय की यात्रा के लिए अपने होटल से निकलते समय स्थानीय पुलिस के साथ सेल्फी लेते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा नव नालंदा महावीर विश्वविद्यालय में आगमन पर बोधि वृक्ष की एक पौध रोपित करते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा बुद्ध के साथ १७ नालंदा पंडितों के एक पारम्परिक चित्र पर हस्ताक्षर करते हुए, जो उन्होंने नव नालंदा महाविहार विश्वविद्यालय को भेंट किया, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
नव नालंदा महाविहार विश्वविद्यालय में छात्र परम पावन दलाई लामा के साथ पारस्परिक चर्चा के सत्र में सम्मिलित होते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा और कुलपति श्री मुकुंद लाल श्रीवास्तव नव नालंदा महाविहार विश्वविद्यालय में पारस्परिक चर्चा के सत्र में, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
नव नालंदा महाविहार विश्वविद्यालय में संकाय सदस्य परम पावन दलाई लामा के साथ पारस्परिक चर्चा सत्र में भाग लेते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा का इंटरनेशनल कन्वेन्शन सेंटर में आगमन होते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा और संघ के वरिष्ठ थेरो राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन एक संवादात्मक सत्र के दौरान, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
तिब्बती भिक्षु समुदाय के वरिष्ठ सदस्य राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन एक संवादात्मक सत्र के दौरान, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन एक संवादात्मक सत्र के दौरान एक प्रतिनिधि प्रश्न पूछते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन एक संवादात्मक सत्र के दौरान बोलते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में संवादात्मक सत्र के भाग ले रहे वरिष्ठ थेरों को बुद्ध की प्रतिमा प्रदान करते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन एक संवादात्मक सत्र के समापन पर युगांडा के एक प्रतिनिधि को पारंपरिक स्कार्फ प्रदान करते हुए, राजगीर, बिहार, भारत, मार्च १८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल