वास्तविक कालचक्र अभिषेक के तीसरे व अंतिम दिन के प्रारंभ में भिक्षु, भिक्षुणियों और साधारण लोगों का एक समूह स्पेनिश में 'हृदय सूत्र' का सस्वर पाठ करता हुआ, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी १३, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
स्वयंसेवक वास्तविक कालचक्र अभिषेक के तीसरे व अंतिम दिन में भाग ले रहे २००,००० से अधिक लोगों के लिए चाय बनाते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी १३, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा वास्तविक कालचक्र अभिषेक के तीसरे व अंतिम दिन बोलते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी १३, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
वास्तविक कालचक्र अभिषेक के तीसरे व अंतिम दिन के दौरान नमज्ञल विहार के भिक्षु आनुष्ठानिक कलश पकड़े हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी १३, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
वास्तविक कालचक्र अभिषेक के तीसरे व अंतिम दिन मंत्राचार्य समर्पण प्रार्थनाओं का नेतृत्व करते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी १३, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
वास्तविक कालचक्र अभिषेक के तीसरे व अंतिम दिन के दौरान नमज्ञल विहार के भिक्षु सक्या ठिज़िन और ज्ञलवंग करमापा को आनुष्ठानिक वस्तुएँ भेंट करते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी १३, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
वास्तविक कालचक्र अभिषेक के तीसरे व अंतिम दिन में भाग ले रहे २००,००० से अधिक लोगों का एक दृश्य, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी १३, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
वास्तविक कालचक्र अभिषेक के तीसरे व अंतिम दिन ऑडियो विजुअल टीम के सदस्य आठ भाषाओं में कार्यवाही की तत्कालिक स्ट्रीमिंग करते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी १३, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा वास्तविक कालचक्र अभिषेक के तीसरे व अंतिम दिन के समापन पर ४० दुभाषियों, जिन्होंने १९ विभिन्न भाषाओं में कालचक्र अभिषेक का अनुवाद किया, में से दो को धन्यवाद देते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी १३, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
वास्तविक कालचक्र अभिषेक के तीसरे व अंतिम दिन के समापन पर सिक्योंग डॉ लोबसंग सांगे कालचक्र रेत मंडल को देखते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी १३, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल