परम पावन दलाई लामा मुख्य तिब्बती मंदिर में अपने प्रवचनों के अंतिम दिन अवलोकितेश्वर, जो दुर्गति से मुक्ति दिलाते हैं, की अनुज्ञा प्रदान करने के लिए प्रारंभिक अनुष्ठान करते हुए, धर्मशाला, हि. प्र., भारत, अक्टूबर ६, २०१८ चित्र/श्रद्धेय तेनज़िन जमपेल
मुख्य तिब्बती मंदिर में ताईवानी बौद्धों के अनुरोध पर दिए जा रहे प्रवचन के अंतिम दिन परम पावन दलाई लामा अवलोकितेश्वर, जो दुर्गति से मुक्ति दिलाते हैं, की अनुज्ञा प्रदान करने के लिए प्रारंभिक अनुष्ठान करते हुए, धर्मशाला, हि. प्र., भारत, अक्टूबर ६, २०१८ चित्र/श्रद्धेय तेनज़िन जमपेल
परम पावन दलाई लामा मुख्य तिब्बती मंदिर में अपने प्रवचनों के अंतिम दिन 'मार्ग के प्रमुख तीन आकार’ की व्याख्या करते हुए, धर्मशाला, हि. प्र., भारत, अक्टूबर ६, २०१८ चित्र/श्रद्धेय तेनज़िन जमपेल
मुख्य तिब्बती मंदिर में परम पावन दलाई लामा के प्रवचनों के अंतिम दिन श्रोतागण पाठ का अनुपालन करते हुए, धर्मशाला, हि. प्र., भारत, अक्टूबर ६, २०१८ चित्र/श्रद्धेय तेनज़िन जमपेल
परम पावन दलाई लामा मुख्य तिब्बती मंदिर में अपने प्रवचनों के अंतिम दिन अवलोकितेश्वर, जो दुर्गति से मुक्ति दिलाते हैं, की अनुज्ञा प्रदान करते हुए, धर्मशाला, हि. प्र., भारत, अक्टूबर ६, २०१८ चित्र/श्रद्धेय तेनज़िन जमपेल
परम पावन दलाई लामा द्वारा मुख्य तिब्बती मंदिर में प्रवचनों के अंतिम दिन अवलोकितेश्वर, जो दुर्गति से मुक्ति दिलाते हैं, की अनुज्ञा प्रदान करते समय श्रोताओं में से एक अवलोकितेश्वर के चित्र को निहारते हुए, धर्मशाला, हि. प्र., भारत, अक्टूबर ६, २०१८ चित्र/श्रद्धेय तेनज़िन जमपेल
मुख्य तिब्बती मंदिर में ताईवानी बौद्धों के अनुरोध पर दिए जा रहे प्रवचन के अंतिम दिन भिक्षु गण परम पावन दलाई लामा को पारम्परिक भेंट समर्पित करते हुए, धर्मशाला, हि. प्र., भारत, अक्टूबर ६, २०१८ चित्र/श्रद्धेय तेनज़िन जमपेल