लोग परम पावन दलाई लामा के प्रवचन हेतु बैठने की जगह खोजने के लिए दौड़ते हुए, पदुम, ज़ंस्कार, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २२, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा अपने निवास से प्रवचन स्थल की ओर पैदल आते हुए, पदुम, ज़ंस्कार, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २२, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
रोतागण परम पावन दलाई लामा को प्रवचन स्थल की ओर आता देखते हुए, पदुम, ज़ंस्कार, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २२, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा प्रवचन शामियाने से १६,००० से अधिक लोगों के जमानस को संबोधित करते हुए, पदुम, ज़ंस्कार, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २२, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
रोतागण परम पावन को दलाई लामा को सुनने के लिए प्रवचन स्थल पर झाड़ियों के बीच बैठे हुए, पदुम, ज़ंस्कार, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २२, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा अपने प्रवचन के दौरान जे चोंखापा के 'संक्षिप्त पथ क्रम' को समझाते हुए, पदुम, ज़ंस्कार, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २२, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा के प्रवचन के दौरान पानी के ट्रक पर बैठे कुछ लोग बेहतर रूप से देखते हुए, पदुम, ज़ंस्कार, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २२, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा के प्रवचन के दौरान स्थानीय पुलिस कर्मचारी ग्रंथ का अनुपालन करते हुए, पदुम, ज़ंस्कार, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २२, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा अपने प्रवचन के समापन पर १६,००० से अधिक लोगों का हाथ हिलाकर अभिनन्दन करते हुए, पदुम, ज़ंस्कार, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २२, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर