मुंबई, महाराष्ट्र, भारत, ११ अगस्त २०१७ - परम पावन दलाई लामा ने बोत्सवाना गणराज्य के राष्ट्रपति इयान खामा तथा माइंड एंड लाइफ इंस्टिट्यूट की अध्यक्षा डॉ सूसन बाउर-वू दोनों को पत्र लिखकर खेद व्यक्त किया है कि थकान के कारण उन्हें अपनी आने वाली बोत्सवाना यात्रा को रद्द करना पड़ रहा है। विगत कुछ सप्ताहों में परम पावन देख रहे हैं कि अपनी गतिविधियाँ पूरी करने में उन्हें असामान्य रूप से थकान का अनुभव हो रहा है। यद्यपि वह उत्सुकता से १५ से २० अगस्त तक गैबरोन की यात्रा करने तथा माइंड एंड लाइफ इंस्टिट्यूट सम्मेलन और अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के इच्छुक थे, पर परम पावन ने अनिच्छा भाव से स्वीकार किया कि उनकी ८२ वर्षीय काया उन्हें विश्राम करने हेतु कह रही थी। चूँकि उनके चिकित्सकों ने उन्हें सलाह दी है कि वे आगामी कुछ सप्ताह तक लंबी यात्राएं न करें, परम पावन स्वास्थ्य लाभ के लिए धर्मशाला लौटेगें।
राष्ट्रपति खामा को लिखे अपने पत्र में परम पावन ने उन्हें और बोत्सवाना की सरकार को भारी दबाव के बावजूद उन्हें अपने देश में स्वागत करने को लेकर उनके दृढ़ सैद्धांतिक निश्चय के प्रति गहन प्रशंसा, सम्मान तथा आभार व्यक्त किया। परम पावन ने इस बार बोत्सवाना जाने को लेकर असमर्थता पर अपनी निराशा दोहराई।
डॉ सूसन बाउर-वू को अपने पत्र में उन्होंने लिखा, "मैं बोत्सवाना की यात्रा तथा माइंड एंड लाइफ इंस्टिट्यूट सम्मेलन में सम्मिलित होने का अत्यंत इच्छुक था। यह सम्मेलन जो उबंटु की चर्चाओं पर केन्द्रित है, जो मेरे आधारभूत विश्वास से मेल खाता है कि हम सभी अन्योन्याश्रित हैं और इसलिए स्वयं को सार्वभौमिक उत्तरदायित्व की भावना से संचालित करने की आवश्यकता है। मेरी अनुपस्थिति के बावजूद, मैं आप सभी से सम्मेलन जारी रखने, बहुमूल्य विचार-विमर्श करने और परिणामों को प्रकाशित करने का आग्रह करता हूँ। आप में से बहुत इससे परिचित हैं कि मैं किस प्रकार सोचता हूँ और कार्यवाही के दौरान उन विचारों को दूसरों के साथ साझा कर सकते हैं।"
परम पावन ने उनसे अनुरोध किया कि वे उनकी ओर से अपने साथी आयोजकों, साथ ही साथ सभी पैनल सहभागियों से क्षमा याचना करें। उन्होंने इस बात पर अपनी प्रसन्नता और हर्ष व्यक्त किया कि सम्मेलन नियत रूप में होगा।