धर्मशाला, भारत, १८ अप्रैल २०१६ - परम पावन दलाई लामा ने इक्वाडोर के राष्ट्रपति, राफेल कोरिया और जापान के प्रधानमंत्री शिंज़ो एब को उनके देशों में हाल ही के विनाशकारी भूकम्प के परिणामस्वरूप हुए जीवन तथा सम्पत्ति को लेकर हुई क्षति के संबंध में अपने दुःख को व्यक्त करने के लिए पत्र लिखा ।
राष्ट्रपति कोरिया के लिए उन्होंने लिखाः "इस प्राकृतिक आपदा के परिणामस्वरूप जिन्होंने अपना जीवन खोया है उनके लिए प्रार्थना तथा उनके परिवारों और अन्य प्रभावित लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति और संवेदना व्यक्त करना चाहता हूँ।"
प्रधानमंत्री एब को लिखे अपने पत्र में उन्होंने लिखाः "एक बौद्ध भिक्षु के रूप में जो नित्य 'हृदय सूत्र' का पाठ करता है, मुझे लगता है कि यदि जापानी बौद्ध इस समय और आने वाले समय में 'हृदय सूत्र' का पाठ करें तो वह अच्छा होगा। इस तरह के सस्वर पाठ से न केवल वे लोग लाभान्वित होंगे जिन्होंने अपने प्राण गंवाएँ हैं, पर यह भविष्य में भी आपदाओं को रोकने में सहायता कर सकता है। इसको ध्यान में रखते हुए यहाँ हम धर्मशाला में 'हृदय सूत्र' का पाठ एक लाख बार कर रहे हैं।"
परम पावन ने दोनों पत्रों का अंत अपनी सहानुभूति और इक्वाडोर और जापान के लोगों के साथ एकजुटता के आश्वासन के साथ किया और यह घोषणा की कि उन्होंने इक्वाडोर में दलाई लामा ट्रस्ट और टोक्यो में अपने प्रतिनिधि से राहत और बचाव के काम के लिए अनुदान करने के लिए कहा था।