जुलाई २८, २०१५ - मुझे हमारे भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम के कल शाम अकस्मात् निधन के विषय में सुनकर अत्यंत दुख हुआ। यह एक अपूरणीय क्षति है। वह न केवल एक महान वैज्ञानिक, शिक्षाविद और राजनेता थे, पर इन सबसे अधिक एक सच्चे मानव थे ।
इन वर्षों में मुझे उनसे मिलने और कई मौकों पर उनके साथ बातचीत करने का अवसर प्राप्त हुआ और मैं सदा धरती से जुड़ी उनकी सादगी और विनम्रता का प्रशंसक रहा। मैं उनके साथ समान रुचि वाले कई व्यापक विषयों पर चर्चा करते हुए आनन्दित होता था पर मुख्य रूप से ये विषय विज्ञान, आध्यात्म और शिक्षा से संबंधित थे।
मैं इस दुखद समय में उनके परिवार और भारत के लोगों के प्रति अपनी संवेदना और प्रार्थना समर्पित करता हूँ।
दलाई लामा
जुलाई २८, २०१५