विश्व के विभिन्न क्षेत्रों के संस्थाओं, समूहों एवं लोगों के अनुरोध पर परमपावन दलाई लामा आचार्य नागार्जुन द्वारा विरचित ‘रत्नावली’ ग्रन्थ के पहले एवं चौथे अध्याय पर दो दिवसीय प्रवचन देंगे। यह प्रवचन 16 और 17 मई, 2020 को भारतीय समय अनुसार प्रातः 8:00 बजे से 9:30 बजे तक आयोजित होगा। इस चुनौतिपूर्ण समय पर कैसे विचार करना चाहिए इसके लिए भी परमपावन से उनकी सलाह का अनुरोध किया गया है।
स्थान: परम पावन का निवास, धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश
दिनांक
१६ - १७/मई/२०२०
अवधि: १ घंटे
भाषाएँ: तिब्बती और हिंदी अनुवाद