एक नन्हीं लद्दाखी बच्ची चोगलमसर में परम पावन दलाई लामा के निवास के बाहर उनसे मिलकर मंत्रमुग्ध सी, लेह, लद्दाख, जम्मू और कश्मीर, भारत, जुलाई २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा अपने आवास से शिवाछेल प्रवचन स्थल की ओर पैदल जाते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू और कश्मीर, भारत, जुलाई २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा के तीन दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन शिवाछेल प्रवचन स्थल पर वरिष्ठ भिक्षु उनके आगमन की प्रतीक्षा करते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू और कश्मीर, भारत, जुलाई २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा तीन दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन शिवाछेल प्रवचन स्थल में आगमन पर हाथ हिलाकर जनमानस का अभिनन्दन करते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू और कश्मीर, भारत, जुलाई २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा अपने तीन दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन 'बोधिसत्वचर्यावतार' ग्रंथ से पढ़ते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू और कश्मीर, भारत, जुलाई २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा के शिवाछेल प्रवचन स्थल में सम्मिलित छात्र ग्रंथ का अनुपालन करते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू और कश्मीर, भारत, जुलाई २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल