परम पावन दलाई लामा रीगा में अपने दो दिवसीय प्रवचन के प्रारंभ में स्कोंटो सभागार में आगमन पर एक नन्हें बच्चे का अभिनन्दन करते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा स्कोंटो सभागार में उनकी बैठक से पूर्व पत्रकारों के साथ बात करते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
पत्रकार स्कोंटो सभागार में उनकी बैठक के दौरान परम पावन दलाई लामा को सुनते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा स्कोंटो सभागार में मीड़िया के सदस्यों के साथ बात करते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा अपने दो दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन स्कोंटो सभागार के मंच पर आगमन पर दीप प्रज्ज्वलित करते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा स्कोंटो सभागार में अपने दो दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन के प्रारंभ में जनमानस की ओर देख अभिनन्दन में हाथ हिलाते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा के स्कोंटो सभागार में दो दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन श्रोतागण प्रारंभिक प्रार्थनाओं का अनुपालन करते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा स्कोंटो सभागार में अपने दो दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन बोलते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा के स्कोंटो सभागार में दो दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन कई श्रोतागण उनके प्रवचन का अनुवाद सुनते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा के स्कोंटो सभागार में दो दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन अनुवाद कक्षों का एक दृश्य, जहाँ अनुवादक कार्यरत हैं, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा स्कोंटो सभागार में रूसी बौद्धों की प्रार्थना पर अपने दो दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन बोलते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा के स्कोंटो सभागार में दो दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन श्रोतागण उन्हें सुनते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
मंच का एक दृश्य, जहाँ भिक्षु समुदाय के सदस्य परम पावन दलाई लामा को सुनते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा के स्कोंटो सभागार में दो दिवसीय प्रवचन के प्रथम दिन के अंत में प्रस्थान करते समय श्रोतागण, जिनमें से अधिकांश रूस से हैं, परम पावन का हाथ हिलाकर अभिनन्दन करते हुए, रीगा, लातविया, सितंबर २३, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर