परम पावन दलाई लामा सोमैय्या विद्याविहार पहुँचने पर छात्रों के साथ बात करते हुए, मुंबई, भारत, दिसंबर ८, २०१७ चित्र/लोबसंग छेरिंग
परम पावन दलाई लामा अपने दो दिनों के प्रवचनों के पहले दिन सोमैय्या विद्याविहार के सभागार में आते हुए, मुंबई, भारत, दिसंबर ८, २०१७ चित्र/लोबसंग छेरिंग
परम पावन दलाई लामा अपने दो दिनों के प्रवचनों के पहले दिन सोमैय्या विद्याविहार के सभागार में आगमन पर पारम्परिक स्वागत ग्रहण करते हुए, मुंबई, भारत, दिसंबर ८, २०१७ चित्र/लोबसंग छेरिंग
परम पावन दलाई लामा सोमैय्या विद्याविहार में अपने दो दिनों के प्रवचनों के पहले दिन बोलते हुए, मुंबई, भारत, दिसंबर ८, २०१७ चित्र/लोबसंग छेरिंग
विद्यालोक, जो समकालीन भारत में भारतीय प्रज्ञा को पुनर्जीवित करने हेतु एक दृष्टि है, के संस्थापक वीर सिंह और सोमैय्या विद्यालय के संस्थापक के पोते समीर सोमैय्या परम पावन दलाई लामा को सुनते समय नोट्स लेते हुए, मुंबई, भारत, दिसंबर ८, २०१७ चित्र/लोबसंग छेरिंग
परम पावन दलाई लामा के दो दिनों के प्रवचनों के पहले दिन सोमैय्या विद्याविहार के मंच से एक दृश्य, मुंबई, भारत, दिसंबर ८, २०१७ चित्र/लोबसंग छेरिंग
रोतागण, परम पावन दलाई लामा के सोमैय्या विद्याविहार में दो दिनों के प्रवचनों के पहले दिन उन्हें सुनते हुए, मुंबई, भारत, दिसंबर ८, २०१७ चित्र/लोबसंग छेरिंग
परम पावन दलाई लामा सोमैय्या विद्याविहार में अपने दो दिनों के प्रवचनों के पहले दिन बोलते हुए, मुंबई, भारत, दिसंबर ८, २०१७ चित्र/लोबसंग छेरिंग
प्रवचन के प्रथम दिन के समापन पर मध्याह्न भोजन के लिए जाते समय के. जे. सोमैय्या परिसर के संस्थापक के पोते समीर सोमैय्या परम पावन दलाई लामा को प्रमुख स्थलों की ओर संकेत करते हुए, मुंबई, भारत, दिसंबर ८, २०१७ चित्र/लोबसंग छेरिंग
रवचन के प्रथम दिन के समापन पर मध्याह्न भोजन के लिए जाते समय परम पावन दलाई लामा एक पत्रकार के प्रश्नों के उत्तर देते हुए, मुंबई, भारत, दिसंबर ८, २०१७ चित्र/जेरेमी रसेल