परम पावन दलाई लामा 23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप में पधारते समय सड़क के किनारे कतारबद्ध श्रद्धालुओं का अभिवादन स्वीकार करते हुए। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
परम पावन दलाई लामा 23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप में पधारते हुए।चित्र-तेनज़िन छोइजोर
23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप में पधारते समय परम पावन दलाई लामा का दर्शन करते हुए श्रद्धालु। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
परम पावन दलाई लामा 23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप के प्रांगण में पधारते हुए। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
परम पावन दलाई लामा 23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप के प्रांगण में पधारते हुए। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप में एकत्र श्रद्धालु परम पावन दलाई लामा का दर्शन करते हुए। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप में परम पावन दलाई लामा का स्वागत करते हुए वरिष्ट भिक्षुगण। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
परम पावन दलाई लामा 23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप में बुद्ध प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित करते हुए। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप के अन्दर का एक दृश्य। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
परम पावन दलाई लामा द्वारा 23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप में प्रार्थना करते समय पुष्पों की टोकरी पकड़े हुए एक भिक्षु। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
परम पावन दलाई लामा द्वारा 23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप में प्रार्थना करते समय पुष्प वर्षा करते हुए। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
परम पावन दलाई लामा 23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप के दर्शन के दौरान एकत्र श्रद्धालुओं का अभिवादन स्वीकार करते हुए। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
परम पावन दलाई लामा 23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप के प्रांगण परिक्रमा करते हुए। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप में एकत्र श्रद्धालु परम पावन दलाई लामा को देखते हुए। चित्र-तेनज़िन छोइजोर
परम पावन दलाई लामा 23 दिसंबर 2022 को बोधगया, बिहार, भारत स्थित महाबोधि स्तूप के दर्शन करने के उपरांत तिब्बती बुद्ध विहार में वापस पधारते हुए। चित्र-तेनज़िन छोइजोर