परम पावन दलाई लामा और स्येदना ताहिर फखरुद्दीन साहब अंतर्धार्मिक सम्मेलन में आगमन पर पारस्परिक रूप से अभिनन्दन करते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अंतर्धार्मिक सम्मेलन के प्रारंभ में परम पावन दलाई लामा और धार्मिक नेता साथ साथ, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अंतर्धार्मिक सम्मेलन के प्रारंभ में मंच पर परम पावन दलाई लामा और सहभागी आते समय परम पावन दलाई लामा श्रोताओं की ओर अभिनन्दन में हाथ हिलाते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा कुतुबी जुबली छात्रवृत्ति कार्यक्रम की सह-निदेशक प्रो ताहेरा कुतुबुद्दीन को उनके अंतर्धार्मिक सम्मेलन के परिचय के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
कुतुबी जुबली छात्रवृत्ति कार्यक्रम के स्येदना ताहिर फखरुद्दीन साहब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अंतर्धार्मिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंतर्धार्मिक सम्मेलन में सरदार मनजीत सिंह को उनके संबोधन के पश्चात धन्यवाद देते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अंतर्धार्मिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
रोतागण जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंतर्धार्मिक सम्मेलन में परम पावन दलाई लामा का संबोधन सुनते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंतर्धार्मिक सम्मेलन में सय्यद कुतुबुद्दीन समन्वय पुरस्कार ग्रहण करते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
रोतागण परम पावन दलाई लामा को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंतर्धार्मिक सम्मेलन में स्येदना कुतुबुद्दीन समन्वय पुरस्कार ग्रहण करता देखते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंतर्धार्मिक सम्मेलन के दौरान श्रोताओं के प्रश्नों के उत्तर देते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंतर्धार्मिक सम्मेलन के समापन पर प्रशंसा के प्रतीक के रूप श्री गौरगोपाल दास को पारम्परिक तिब्बती स्कार्फ प्रदान करते हुए, नई दिल्ली, भारत, दिसंबर २८, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर