परम पावन दलाई लामा के ठिकसे विहार आगमन पर ठिकसे रिनपोछे उनका स्वागत करते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा के ठिकसे विहार आगमन पर स्थानीय निवासी उनका पारम्परिक रूप से स्वागत करते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा ठिकसे विहार की यात्रा के दौरान सुनियोजित पुस्तकालय और शिक्षण केन्द्र देखते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा ठिकसे विहार में पुस्तकालय के भूमि पूजन समारोह में भाग ले रहे २५०० से अधिक लोगों की ओर देख अभिनन्दन में हाथ हिलाते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
ठिकसे विहार के पुस्तकालय तथा शिक्षण केन्द्र के भूमि पूजन समारोह में ठिकसे रिनपोछे के संबोधन के दौरान पृष्ठभूमि में ठिकसे विहार का एक दृश्य, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
ठिकसे विहार पुस्तकालय तथा शिक्षण केन्द्र के भूमि पूजन समारोह के दौरान परम पावन दलाई लामा एक छोटे बच्चे के साथ मिठाई साझा करते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा सिंधु नदी के सिंधु घाट पर मध्याह्न के भोजन से पूर्व एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान एक चाय का आनंद लेते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
सिंधु नदी के सिंधु घाट पर लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद द्वारा आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान स्थानीय कलाकार कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
सिंधु नदी के सिंधु घाट पर मंच का एक दृश्य, जहां मध्याह्न के भोजन से पूर्व परम पावन दलाई लामा पारम्परिक गीत और नृत्य देखते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा सिंधु नदी के सिंधु घाट पर मध्याह्न के भोजन के लिए जाते समय शुभचिंतकों का अभिनन्दन करते हुए, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर
परम पावन दलाई लामा सिंधु नदी के सिंधु घाट पर लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद द्वारा आयोजित मध्याह्न भोजन के दौरान, लेह, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, भारत, जुलाई २९, २०१८ चित्र/तेनज़िन छोजोर