कालचक्र अभिषेक की आनुष्ठानिक तैयारियों के दौरान नमज्ञल विहार के भिक्षु रेत मंडल पर कार्य जारी रखते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ७, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा एक नन्हीं बच्ची को उसके परिवार के साथ भेंट के दौरान स्कार्फ पहनाते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ७, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा सिक्योंग डॉ लोबसंग सांगे के साथ कालचक्र अभिषेक के प्रारंभिक प्रवचनों के तीसरे दिन कालचक्र प्रवचन स्थल पर आते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ७, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा कालचक्र अभिषेक के प्रारंभिक प्रवचनों के तीसरे दिन, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ७, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा के कालचक्र अभिषेक के प्रारंभिक प्रवचनों के तीसरे दिन भाग ले रहे हज़ारों भिक्षुओं में से कुछ, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ७, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा के कालचक्र अभिषेक के प्रारंभिक प्रवचनों के तीसरे दिन श्रोतागण उन्हें सुनते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ७, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा के कालचक्र अभिषेक के प्रारंभिक प्रवचनों के तीसरे दिन कालचक्र प्रवचन स्थल पर मंच का एक दृश्य, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ७, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा के कालचक्र अभिषेक के प्रारंभिक प्रवचनों के तीसरे दिन के दौरान रूसी अनुवादिका कार्य में लगीं हुईं, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ७, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा कालचक्र अभिषेक के प्रारंभिक प्रवचनों के तीसरे दिन के समापन पर अपने आवास को लौटते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ७, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल