स्थानीय पुलिस अधिकारी परम पावन दलाई लामा के प्रति होटल में सम्मान व्यक्त करते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
मीड़िया के सदस्य कृष्ण कांत हंदिकुइ स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी औरलॉयर्स बुक स्टाल द्वारा आयोजित गुवाहाटी विश्वविद्यालय सभागार में परम पावन दलाई लामा के आगमन की रिकार्डिंग करते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
गुवाहाटी विश्वविद्यालय के सभागार में परम पावन दलाई लामा और विशिष्ट अतिथि उनके संस्मरण माइ लैंड माइ पीपुल के असमिया अनुवाद का विमोचन करते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
गुवाहाटी विश्वविद्यालय के सभागार में परम पावन दलाई लामा के आधुनिक समय में भारतीय ज्ञान पर व्याख्यान के दौरान श्रोताओं में से एक उनसे प्रश्न करते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
गुवाहाटी विश्वविद्यालय के सभागार में परम पावन दलाई लामा के आधुनिक समय में भारतीय ज्ञान पर व्याख्यान के दौरान वे श्रोताओं के प्रश्नों के उत्तर देते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
श्रोतागण गुवाहाटी विश्वविद्यालय के सभागार में परम पावन दलाई लामा के आधुनिक समय में भारतीय ज्ञान पर व्याख्यान में सम्मिलित होते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा गुवाहाटी की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन मध्याह्न भोजन के अंतराल के दौरान भोजन सेवा कर्मचारियों के साथ, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा पूर्वोत्तर भारत के तिब्बती समुदाय के ४०० सदस्यों के साथ बैठक के लिए पहुँचने पर उनका अभिनन्दन करते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा पूर्वोत्तर भारत के तिब्बती समुदाय के सदस्यों से बातें करते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
Members of the Tibetan community listening to His Holiness the Dalai Lama during their meeting in Guwahati, Assam, India on April 2, 2017. Photo by Tenzin Choejor/OHHDL
परम पावन दलाई लामा पूर्वोत्तर भारत के तिब्बती समुदाय के ४०० से अधिक सदस्यों के साथ हुई बैठक के बाद उनके साथ तस्वीर के लिए पोज़ करते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा असम के मुख्यमंत्री श्री सरबानंद सोनोवाल और असम के राज्यपाल श्री बनवारीलाल पुरोहित के साथ नमामि ब्रह्मपुत्र समारोह में आते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा और विशिष्ट अतिथि गण नमामि ब्रह्मपुत्र महोत्सव में एक विशेष रूप से डिजाइन किए गुंबद में एक वीडियो का प्रदर्शन देखते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
नमामि ब्रह्मपुत्र महोत्सव में तिब्बती भिक्षु मंत्र पाठ के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा नमामि ब्रह्मपुत्र महोत्सव में श्रोताओं को संबोधित करते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा नमामि ब्रह्मपुत्र महोत्सव के कार्यक्रम के दौरान एक वयोवृद्ध सिपाही को गले लगाते हुए, जिसने ५८ वर्ष पूर्व जब वे निर्वासन में आए थे तो सीमा से उनका अनुरक्षण किया था, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा, असम के राज्यपाल श्री बनवारीलाल पुरोहित और असम के मुख्यमंत्री श्री सरबानंद सोनोवाल नमामि ब्रह्मपुत्र महोत्सव पर श्रोताओं के प्रश्नों का उत्तर देते समय हँसी के एक पल का आनन्द उठाते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा नमामि ब्रह्मपुत्र महोत्सव से विदा लेते समय शुभचिन्तकों का अभिनन्दन करते हुए, गुवाहाटी, असम, भारत, अप्रैल २, २०१७ चित्र/तेनज़िन छोजोर/ओएचएचडीएल