परम पावन दलाई लामा कालचक्र अभिषेक की तैयारियों के तीसरे दिन कालचक्र प्रवचन क्षेत्र में आगमन पर श्रोतागणों का अभिनन्दन करते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ४, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
परम पावन दलाई लामा कालचक्र अभिषेक की तैयारियों के तीसरे दिन के प्रारंभ में कालचक्र मंदिर में आगमन पर सोलह श्रद्धेय भारतीय बौद्ध दार्शनिकों के तिब्बती चित्रों को देखते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ४, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
कालचक्र अभिषेक की तैयारियों के तीसरे दिन नमज्ञल विहार के भिक्षु कालचक्र रेत मंडल मंडप में आनुष्ठानिक समर्पण बनाते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ४, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
कालचक्र अभिषेक की तैयारियों के अंग के रूप में नमज्ञल विहार के भिक्षु आनुष्ठानिक अभ्यास करते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ४, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
कालचक्र अभिषेक की तैयारियों के तीसरे दिन नमज्ञल विहार के भिक्षु कालचक्र रेत मंडल के चित्र के विशिष्ट स्थानों पर तिब्बती आधिकारिक भविष्यवाणी कर्ता द्वारा आशीर्वचित जौ के बीज रखते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ४, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
कालचक्र अभिषेक की तैयारियों के तीसरे दिन नमज्ञल विहार के उपाध्याय श्रद्धेय ठोमथोग रिनपोछे कालचक्र रेत मंडल के पहले रंगीन रेत के कणों को रखते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ४, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
कालचक्र अभिषेक की तैयारियों के तीसरे दिन नमज्ञल विहार के भिक्षु कालचक्र रेत मंडल के निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ करते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ४, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
कालचक्र अभिषेक की तैयारियों के तीसरे दिन नमज्ञल विहार के एक भिक्षु कालचक्र रेत मंडल के निर्माण के प्रारंभ में उसके केन्द्र पर कार्य करते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ४, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
कालचक्र अभिषेक की तैयारियों के तीसरे दिन के समापन पर कालचक्र मंदिर से बाहर निकलते समय परम पावन दलाई लामा कार्य की प्रगति देखते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ४, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल
कालचक्र अभिषेक की विधियों के अंग के रूप में भिक्षु कालचक्र रेत मंडल में उपयोग की जाने वाले विभिन्न रंगों की रेत तैयार करते हुए, बोधगया, बिहार, भारत, जनवरी ४, २०१७ चित्र/तेनजिन छोजोर/ओएचएचडीएल