यूक्रेन में हो रहे टकराव से मुझे अत्यधिक दुख हुआ है। हमारा विश्व इतना अन्योन्याश्रित हो गया है कि दो राष्ट्रों के बीच हिंसक संघर्ष अनिवार्य रूप से शेष विश्व को प्रभावित करता है। युद्ध की धारणा पुरानी हो चुकी है-अहिंसा ही एकमात्र उपाय है। हमें अन्य मनुष्यों को भाई-बहन मानकर मानवता की एकता की भावना विकसित करने की आवश्यकता है। इस तरह से हम एक शांतिपूर्ण विश्व का निर्माण कर सकेंगे।
समस्याओं और असहमतियों का समाधान संवाद के माध्यम से किया जाता है। सच्ची शांति आपसी समझ और एक दूसरे के हित की भावना से आती है।
हमें उम्मीद नहीं खोनी चाहिए। 20वीं सदी युद्ध और रक्तपात की सदी थी। 21वीं सदी संवाद की सदी होनी चाहिए।
मैं प्रार्थना करता हूँ कि यूक्रेन में शीघ्र शांति स्थापित हो।
दलाई लामा
28 फरवरी 2022