रोचेस्टर, मिनेसोटा, संयुक्त राज्य अमरीका - २२ फरवरी, २०१६- डॉ ईव एकमैन आज परम पावन दलाई लामा से उनके पिता पॉल एकमैन द्वारा आरंभ किए गए भावनाओं की मानचित्रावली परियोजना की प्रगति के विषय में सूचना देने के लिए रोचेस्टर में मिलीं। उन्होंने समझाया कि यद्यपि जनता के लिए मानचित्रावली का उपयोग करने हेतु मुख्य मार्ग ऑनलाइन होगा पर वे परम पावन की सुविधा के लिए एक मुद्रित प्रति लेकर आईं थीं। उन्होंने परम पावन से कहा कि परियोजना का उद्देश्य लोगों की सहायता करने और विज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए जारी है।
मानचित्रावली पर दृष्टिपात करते हुए डॉ एकमैन ने विभिन्न भावनाओं पर चर्चा की जैसे भय, जिसके विषय में उन्होंने कहा कि वह ऐसी भावना है जो सबसे अधिक तनाव, उदासी और क्रोध से सम्बद्धित है। परम पावन ने टिप्पणी कीः
"क्रोध नकारात्मक है पर एक विशेष परिस्थिति में यह ऊर्जा का स्रोत ला सकता है। उस ऊर्जा को सकारात्मक रूप में परिवर्तित किया जा सकता है, परन्तु मैं नहीं जानता कि क्रोध अपने आप में कभी सकारात्मक हो सकता है।"
डॉ एकमैन ने उत्तर दिया कि हम पूछ सकते हैं कि जब क्रोध उत्पन्न होता है, तो क्या कोई रचनात्मक विकल्प बनाया जा सकते हैं।
भावनाओं के संदर्भ में, परम पावन ने संवेदी और संज्ञानात्मक अनुभव के बीच के अंतर का भी उल्लेख किया।
डॉ एकमैन ने परम पावन से पूछा, "अगला कदम क्या है? हम लोगों की सहायता किस तरह कर सकते हैं?" परम पावन ने उनसे कहा कि जिस तरह गर्मी ठंड को दूर करती है जो उसका विपरीत है, क्रोध और प्रेम पूर्ण दया एक दूसरे के प्रतिकारक हैं। "लोगों को जो सीखने की आवश्यकता है वह यह, कि उनकी विभिन्न भावनाओं का प्रतिकार किस तरह किया जाए। अन्यमनस्कता मात्र एक अस्थायी उपाय है। दीर्घकालीन उपाय यह है, उदाहरण के लिए कि किसी ऐसे में सकारात्मक गुणों को देखने में सक्षम होना जिन्हें अन्यथा एक नकारात्मक रूप से देखते हैं। चूँकि विनाशकारी भावनाओं के लिए किसी भी तरह का औचित्य दुर्लभ है, लोगों को अपनी भावनाओं के कारणों के प्रति और उन पर किस तरह के प्रतिकारकों का उपयोग किया जाए को लेकर और जागरूक होने की आवश्यकता है।"
परम पावन ने सुझाव दिया कि 'भावनाओं की मानचित्रावली' पर अब तक किए गए कार्य को प्रगतिशील कार्य में एक मसौदे के रूप में समझा जाए। उन्होंने सिफारिश की कि रुचि रखने और संबंधित व्यक्तियों को यह उपलब्ध कराया जाए जिनकी टिप्पणियाँ और सुझावों की मांग कर, उन्हें एकत्रित कर उन पर विचार किया जाए। डॉ एकमैन ने सहमति जताई कि यह इंटरनेट के माध्यम से किया जा सकता है जहाँ यह शीघ्र ही शुरू किया जा रहा है।